अगर आप एक ऐसी निवेश योजना ढूंढ रहे हैं जो पूरी तरह से सुरक्षित हो, टैक्स बचत दे, और अच्छा रिटर्न भी –
तो आपके लिए PPF यानी पब्लिक प्रोविडेंट फंड एक बेहतरीन विकल्प हो सकता है।
PPF सरकार द्वारा समर्थित एक लॉन्ग टर्म सेविंग्स स्कीम है, जो न सिर्फ आम जनता को सेविंग्स के लिए प्रोत्साहित करती है, बल्कि रिटायरमेंट के बाद आर्थिक सुरक्षा भी देती है।
आइए इस लेख में जानते हैं कि PPF क्या है, इसके फायदे, नियम और कैसे आप 2025 में इसमें निवेश शुरू कर सकते हैं।

🔹 PPF क्या होता है?
PPF (Public Provident Fund) भारत सरकार की एक लॉन्ग टर्म सेविंग स्कीम है, जिसे 1968 में शुरू किया गया था।
इसमें आप सालाना न्यूनतम ₹500 और अधिकतम ₹1.5 लाख तक निवेश कर सकते हैं।
इस योजना में निवेश की गई राशि पर ब्याज सरकार द्वारा तय किया जाता है और यह पूरी तरह टैक्स फ्री होता है।
➡ PPF एक ऐसा निवेश है जिसमें कोई बाजार जोखिम नहीं होता।
🔹 PPF की मुख्य विशेषताएं
विशेषता | विवरण |
न्यूनतम निवेश | ₹500/वर्ष |
अधिकतम निवेश | ₹1,50,000/वर्ष |
अवधि | 15 साल (बढ़ाया जा सकता है) |
ब्याज दर (2025) | 7.1% (सरकारी दर, तिमाही अपडेट) |
टैक्स छूट | धारा 80C के तहत पूरी छूट |
मैच्योरिटी पर टैक्स | पूरी तरह टैक्स फ्री |
🔹 PPF के फायदे
✅ सरकारी गारंटी:
पूरी स्कीम भारत सरकार द्वारा सुरक्षित है, कोई जोखिम नहीं।
✅ ब्याज पर टैक्स नहीं:
हर साल मिलने वाला ब्याज और मैच्योरिटी अमाउंट – दोनों टैक्स फ्री।
✅ रिटायरमेंट प्लान के लिए बेस्ट:
15 साल की लॉक-इन अवधि इसे लॉन्ग टर्म सेविंग्स के लिए आदर्श बनाती है।
✅ पार्टियल विड्रॉल की सुविधा:
7वें साल से कुछ राशि निकाल सकते हैं – मेडिकल या शिक्षा के लिए।
✅ लोन की सुविधा:
3 से 6 साल के बीच जमा राशि पर आप लोन भी ले सकते हैं।
✅ Compound Interest का फायदा:
सालाना ब्याज जोड़ता जाता है – यानी लॉन्ग टर्म में शानदार ग्रोथ।
🔹 PPF में निवेश कैसे करें?
PPF अकाउंट आप खोल सकते हैं:
- पोस्ट ऑफिस में
- SBI, HDFC, ICICI, PNB, Axis जैसे बड़े बैंकों में
- ऑनलाइन नेट बैंकिंग या मोबाइल ऐप के माध्यम से
📌 जरूरी डॉक्युमेंट्स:
- आधार कार्ड
- पैन कार्ड
- एड्रेस प्रूफ
- पासपोर्ट साइज फोटो
- बैंक खाता विवरण
🔹 PPF में निवेश का तरीका
- एक बार अकाउंट खुलवाएं (Zero Balance से भी हो सकता है)
- हर साल ₹500 से ₹1.5 लाख के बीच निवेश करें
- आप साल में एक बार या 12 किस्तों में पैसा जमा कर सकते हैं
- नेट बैंकिंग से ऑनलाइन ट्रांसफर करें
- ब्याज हर तिमाही के अंत में जोड़ा जाता है
🔹 ब्याज कैसे मिलता है?
- ब्याज की गणना हर महीने के 5 तारीख से महीने के अंत तक के बैलेंस पर होती है
- इसलिए बेहतर है कि आप हर महीने की 1 से 5 तारीख के बीच निवेश करें
📌 2025 की ब्याज दर है – 7.1% सालाना (चक्रवृद्धि ब्याज)
🔹 कब पैसा निकाल सकते हैं?
समय | सुविधा |
3 साल | लोन सुविधा उपलब्ध (50% बैलेंस पर) |
7 साल | आंशिक निकासी की अनुमति |
15 साल | पूरा पैसा + ब्याज टैक्स फ्री मिल जाता है |
15 साल के बाद | 5-5 साल की अवधि में बढ़ाया जा सकता है (ब्याज जारी रहेगा) |
🔹 PPF बनाम FD बनाम ELSS – तुलना
योजना | ब्याज दर | लॉक-इन | टैक्स लाभ | जोखिम |
PPF | 7.1% (सरकारी) | 15 साल | हां (80C + टैक्स फ्री ब्याज) | नहीं |
FD | 6.5%–7.5% | 5 साल | हां (80C), लेकिन ब्याज टैक्सेबल | नहीं |
ELSS | 10%–15% (औसत) | 3 साल | हां (80C), रिटर्न टैक्सेबल (10%) | हां (मार्केट लिंक्ड) |
📌 अगर आपका लक्ष्य है सुरक्षित निवेश और टैक्स बचत — तो PPF बेस्ट है।
🔹 FAQs (अक्सर पूछे जाने वाले सवाल)
Q1. क्या NRI PPF में निवेश कर सकता है?
➡ नहीं, NRI को PPF निवेश की अनुमति नहीं है।
Q2. क्या मैं 1.5 लाख से ज्यादा निवेश कर सकता हूँ?
➡ नहीं, अधिकतम सीमा ₹1.5 लाख प्रति वर्ष ही है।
Q3. क्या मैं एक से ज्यादा PPF अकाउंट खोल सकता हूँ?
➡ नहीं, एक व्यक्ति केवल एक ही PPF अकाउंट रख सकता है।
Q4. क्या PPF मैच्योरिटी के बाद बढ़ाया जा सकता है?
➡ हां, 5-5 साल की अवधि में जितनी बार चाहें उतनी बार।
🔚 निष्कर्ष:
पब्लिक प्रोविडेंट फंड (PPF) उन लोगों के लिए एक आदर्श योजना है जो:
- सुरक्षित रिटर्न चाहते हैं
- टैक्स में बचत करना चाहते हैं
- लंबी अवधि तक पैसा निवेश कर सकते हैं
- और रिटायरमेंट के लिए पैसे जोड़ना चाहते हैं
सरकार की गारंटी, टैक्स फ्री ब्याज और लॉन्ग टर्म कंपाउंडिंग — PPF को हर भारतीय के पोर्टफोलियो में होना ही चाहिए।
“धीरे-धीरे मगर मजबूत – यही है PPF की ताकत!”