चाहे आप होम लोन ले रहे हों, कार खरीद रहे हों, या पर्सनल लोन – हर लोन की EMI (Equated Monthly Installment) होती है। EMI तय करती है कि आपको हर महीने कितनी रकम चुकानी होगी।
लोन लेने से पहले EMI का अंदाज़ा लगाना बहुत ज़रूरी होता है ताकि आप यह जान सकें कि आपकी जेब में यह फिट बैठेगा या नहीं।
इस लेख में हम जानेंगे कि EMI कैसे कैलकुलेट करते हैं, उसका फॉर्मूला, ऑनलाइन टूल्स और मोबाइल ऐप्स कौन-कौन से हैं, और EMI को कम करने के क्या तरीके हैं।

EMI क्या होती है?
EMI (Equated Monthly Installment) वह मासिक राशि होती है, जो आप अपने लोन की अवधि तक हर महीने चुकाते हैं। यह राशि दो हिस्सों में बंटी होती है:
- प्रिंसिपल अमाउंट (मूलधन)
- इंटरेस्ट अमाउंट (ब्याज)
शुरुआती महीनों में EMI का बड़ा हिस्सा ब्याज होता है, और बाद में धीरे-धीरे मूलधन चुकता होता है।
EMI कैसे कैलकुलेट होती है? (EMI Formula)
EMI निकालने का गणितीय फॉर्मूला:
EMI=P×R×(1+R)N(1+R)N−1EMI = \frac{P \times R \times (1+R)^N}{(1+R)^N – 1}EMI=(1+R)N−1P×R×(1+R)N
जहाँ:
- P = लोन की राशि (Principal)
- R = मासिक ब्याज दर (वार्षिक ब्याज दर / 12 / 100)
- N = कुल किस्तों की संख्या (Loan Tenure in Months)
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उदाहरण से समझें:
मान लीजिए आप ₹5,00,000 का लोन 3 साल (36 महीने) के लिए 12% सालाना ब्याज पर लेते हैं।
- P = ₹5,00,000
- R = 12/12/100 = 0.01 (मासिक ब्याज)
- N = 36
EMI=500000×0.01×(1+0.01)36(1+0.01)36−1EMI = \frac{500000 \times 0.01 \times (1+0.01)^{36}}{(1+0.01)^{36} – 1}EMI=(1+0.01)36−1500000×0.01×(1+0.01)36
👉 इस कैलकुलेशन से आपकी EMI आएगी लगभग ₹16,607 प्रति माह।
EMI कैल्कुलेट करने के लिए बेस्ट ऐप्स और वेबसाइट्स
✅ मोबाइल ऐप्स:
ऐप का नाम | विशेषता | प्ले स्टोर रेटिंग |
EMI Calculator & Loan Planner (FinArt) | सभी प्रकार के लोन के लिए EMI कैलकुलेटर | ⭐ 4.7 |
Loan EMI Calculator (Smart Keval) | ब्याज तुलना, प्रीपेमेंट कैलकुलेशन | ⭐ 4.5 |
BankBazaar App | EMI कैलकुलेशन + लोन एप्लाई सुविधा | ⭐ 4.6 |
Groww App | Mutual Fund + SIP + EMI कैलकुलेटर | ⭐ 4.4 |
✅ वेबसाइट्स:
- https://www.bankbazaar.com/emi-calculator.html
- https://www.paisabazaar.com
- https://emicalculator.net
इन वेबसाइट्स पर आप Principal, Interest Rate और Duration डालकर तुरंत EMI जान सकते हैं।
EMI कम करने के तरीके
- ब्याज दर कम कराने की कोशिश करें:
यदि आपका CIBIL स्कोर अच्छा है, तो बैंक से ब्याज कम करने का अनुरोध करें। - ब्याज वाले लोन की जगह सब्सिडी वाले विकल्प चुनें:
जैसे – PMAY होम लोन सब्सिडी, एजुकेशन लोन में ब्याज छूट। - अवधि (Tenure) बढ़ाएं:
इससे EMI तो कम होगी, लेकिन कुल ब्याज बढ़ जाएगा। - Prepayment करें:
अगर आपकी आमदनी बढ़ी है तो समय से पहले कुछ पैसा जमा कराकर EMI या अवधि कम कर सकते हैं। - बैंक या ऐप्स की तुलना करें:
SBI, Axis, HDFC, Bajaj Finserv आदि की EMI दरें अलग-अलग होती हैं।
EMI से जुड़ी महत्वपूर्ण बातें
🔸 EMI Miss होने पर Late Fees और Credit Score पर असर होता है
🔸 EMI Auto Debit कराना सबसे अच्छा तरीका है
🔸 EMI लेने से पहले Total Repayment Amount जरूर देखें
🔸 EMI में Insurance Premium जुड़ा हो तो उसे अलग से जानें
🔸 Floating Rate Loans की EMI समय के साथ बदल सकती है
EMI से जुड़े FAQs
Q1. क्या EMI हर महीने एक जैसी रहती है?
➡ Fixed Interest Loan में हां, लेकिन Floating Rate Loan में नहीं।
Q2. क्या EMI चुकाने में देरी से क्रेडिट स्कोर खराब होता है?
➡ बिल्कुल। समय पर EMI न देने से CIBIL Score गिर सकता है।
Q3. EMI कैलकुलेटर से क्या सही EMI मिलती है?
➡ हां, लगभग सही अनुमान मिलता है, लेकिन GST, Processing Fees आदि को भी जोड़ें।
Q4. क्या EMI मोबाइल ऐप सुरक्षित होते हैं?
➡ हां, अगर वो Google Play Verified हों और Trusted Developers के हों।
🔚 निष्कर्ष:
लोन लेना आसान हो गया है, लेकिन समझदारी से EMI कैलकुलेट करना बहुत जरूरी है।
सही EMI का आंकलन आपको Over-Burden होने से बचाता है, और आपकी फाइनेंशियल हेल्थ को बेहतर बनाता है।
EMI निकालने के लिए आप फॉर्मूला का इस्तेमाल कर सकते हैं या फिर बैंक और ऐप्स की मदद ले सकते हैं।
ध्यान रखें:
👉 EMI उतनी ही लें, जितनी आपकी इनकम में आराम से समा सके।