“XYZ कंपनी का IPO आ रहा है!”
“इस IPO में पैसा लगाया क्या?”
“भाई, एक ही दिन में डबल कर दिया पैसा!”
अगर आपने भी ये बातें दोस्तों, न्यूज या सोशल मीडिया पर सुनी हैं, तो ज़रूर आपके मन में सवाल उठा होगा — IPO आखिर होता क्या है? और क्या इसमें निवेश करना वाकई फायदेमंद है?

इस लेख में हम IPO से जुड़े हर सवाल का आसान भाषा में जवाब देंगे।
🔹 IPO क्या होता है?
IPO (Initial Public Offering) का मतलब होता है किसी कंपनी का पहली बार शेयर बाजार में अपने शेयरों को जनता के लिए जारी करना।
जब कोई कंपनी प्राइवेट से पब्लिक बनती है और अपने शेयर पहली बार निवेशकों को बेचती है — तो उसे ही IPO कहा जाता है।
➡ इसका सीधा मतलब:
कंपनी पहली बार आम लोगों (Public) से पैसा जुटा रही है और बदले में उन्हें Ownership (शेयर) दे रही है।
🔹 कंपनी IPO क्यों लाती है?
- बिज़नेस को बढ़ाने के लिए फंड चाहिए
- कर्ज चुकाने के लिए
- नई मशीनरी, टेक्नोलॉजी या प्रोजेक्ट्स शुरू करने के लिए
- ब्रांडिंग और मार्केट वैल्यू बढ़ाने के लिए
📌 IPO के बाद कंपनी शेयर बाजार में लिस्ट हो जाती है — जैसे NSE या BSE पर।
🔹 IPO कैसे काम करता है?
- कंपनी SEBI को DRHP (Draft Red Herring Prospectus) फाइल करती है
- SEBI जांच के बाद अनुमति देता है
- फिर कंपनी अपने शेयर की कीमत और लॉट साइज़ तय करती है
- IPO खुलता है – निवेशक आवेदन करते हैं
- शेयर अलॉट होते हैं – अगर ओवरसब्सक्राइब हुआ तो लॉटरी सिस्टम
- शेयर स्टॉक एक्सचेंज में लिस्ट हो जाते हैं
📌 आप IPO में UPI, नेट बैंकिंग या ब्रोकर ऐप से आवेदन कर सकते हैं।
🔹 IPO में निवेश के फायदे
✅ Listing Gain का मौका:
अगर IPO सफल रहा तो लिस्टिंग के दिन ही शेयर की कीमत बढ़ सकती है और आपको अच्छा रिटर्न मिल सकता है।
✅ अच्छी कंपनियों में शुरुआती निवेश:
जैसे-जैसे कंपनी ग्रो करेगी, आपके शेयर की वैल्यू भी बढ़ेगी।
✅ Long-Term Wealth Creation:
कई बड़े निवेशकों ने IPO से ही करोड़ों कमाए हैं — जैसे Infosys, TCS, Zomato, Nykaa आदि।
✅ ट्रेंड और भावनात्मक जुड़ाव:
जिन कंपनियों की सर्विस आप रोज़ इस्तेमाल करते हैं (Paytm, Ola, Swiggy), उनके IPO में निवेश से जुड़ाव महसूस होता है।
🔹 IPO में निवेश के नुकसान
❌ ओवरसब्सक्रिप्शन में अलॉटमेंट ना मिलना:
अगर बहुत लोग आवेदन करते हैं, तो आपको शेयर नहीं भी मिल सकते।
❌ लिस्टिंग के बाद गिरावट का रिस्क:
अगर बाजार या कंपनी की परफॉर्मेंस उम्मीद से कम रही — तो शेयर लिस्टिंग पर ही टूट सकता है।
❌ Market Sentiment पर निर्भरता:
शेयर बाजार की चाल IPO के रिटर्न को काफी प्रभावित करती है।
❌ लॉन्ग टर्म में रिटर्न अनिश्चित:
हर IPO सफल नहीं होता — कुछ कंपनियाँ बाद में कमजोर प्रदर्शन करती हैं।
🔹 2025 में IPO में कैसे निवेश करें?
- आपके पास Demat Account होना चाहिए
- किसी भी ब्रोकर ऐप (Zerodha, Groww, Upstox आदि) से लॉग इन करें
- “IPO” सेक्शन में जाकर इच्छित कंपनी चुनें
- लॉट साइज़ के अनुसार शेयर की संख्या चुनें
- UPI के जरिए पेमेंट ऑथराइज़ करें
- अलॉटमेंट स्टेटस IPO बंद होने के 3–5 दिन बाद आता है
📌 एक IPO का एक लॉट ₹13,000–₹15,000 तक का हो सकता है।
🔹 सफल IPO के उदाहरण (भारत में)
कंपनी | लिस्टिंग गेन | अभी तक का प्रदर्शन |
IRCTC | 127% | 400%+ ग्रोथ |
Nykaa | 79% | फिर गिरावट आई |
Zomato | 52% | उतार-चढ़ाव रहा |
LIC | -8% | निगेटिव लिस्टिंग |
TCS (2004) | 13% | 1000%+ रिटर्न |
📌 IPO एक मौका देता है, लेकिन रिसर्च जरूरी है।
🔹 IPO में निवेश कब करना चाहिए?
✅ जब कंपनी की बैलेंस शीट मजबूत हो
✅ जब कंपनी का बिज़नेस मॉडल साफ और समझदार हो
✅ जब मार्केट में Bullish ट्रेंड हो
✅ जब Anchor Investors ने भी भाग लिया हो
✅ जब ग्रे मार्केट प्रीमियम (GMP) पॉजिटिव हो
🔹 FAQs – IPO को लेकर आम सवाल
Q1. क्या IPO में निवेश करना सेफ है?
➡ सेफ तभी है जब आप रिसर्च के साथ करें। ये मार्केट आधारित है, रिस्क तो रहेगा।
Q2. क्या IPO में निवेश से तुरंत पैसा डबल हो सकता है?
➡ हां, संभव है, लेकिन हर बार नहीं। कुछ IPO में नुकसान भी हुआ है।
Q3. IPO शेयर कब बेच सकते हैं?
➡ जैसे ही शेयर लिस्ट होता है (T+6 दिन), आप उसी दिन या बाद में कभी भी बेच सकते हैं।
Q4. क्या IPO में टैक्स लगता है?
➡ हां, लिस्टिंग गेन पर Short Term Capital Gain टैक्स (15%) लगेगा अगर आपने एक साल से कम समय में बेचा।
🔚 निष्कर्ष:
IPO एक शानदार मौका हो सकता है — अच्छी कंपनी चुनें, रिसर्च करें और सही समय पर निवेश करें।
यह ना समझें कि हर IPO में पैसा लगाकर लखपति बना जा सकता है।
IPO मौका भी है, और सीख भी।
अगर आप स्मार्ट तरीके से, जानकारी लेकर IPO में निवेश करेंगे,
तो यह आपके पोर्टफोलियो का शानदार हिस्सा बन सकता है।
“IPO सिर्फ एक मौका नहीं, एक जिम्मेदारी भी है – सही चुनिए, समझदारी से लगाइए।”